लेखनी प्रतियोगिता -03-Jan-2023

1 Part

316 times read

18 Liked

 कल्पना  कल्पना  से परे  था मेरी उम्मीदो का एक शहर जहाँ हवा तो चलती थी, मगर तन को नहीं छूती थी  जहाँ ख्वाब  तो आते थे मगर आखे  नहीं  सोती थी ...

×